| 1. | सभी वाह्य बलों का सदिश योग शून्य होता है।
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| 2. | सभी वाह्य बलों का सदिश योग शून्य होता है।
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| 3. | (क) सभी बलों का सदिश योग (
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| 4. | इस सदिश का तथा एक अन्य का सदिश योग बनाएँ
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| 5. | के सापेक्ष सभी बलों के आघूणों का सदिश योग शून्य होता है।
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| 6. | त्वरण, विस्थापन और सदिश योग अर्थात परिणामी शिखर वेग की गणना हेतु किया
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| 7. | किसी बिन्दु A के सापेक्ष सभी बलों के आघूणों का सदिश योग शून्य होता है।
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| 8. | कोई कण यांत्रिक संतुलन की स्थिति में उस अवस्था में होता है जब उस पर लगने वाले बलों का सदिश योग (
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| 9. | त्रिअक्षीय जियोफोन सहित इनबिल्ट साफ्टवेयर वाले का प्रयोग शिखर वेग, त्वरण, विस्थापन और सदिश योग अर्थात परिणामी शिखर वेग की गणना हेतु किया जाता है ।
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| 10. | : कोई कण यांत्रिक संतुलन की स्थिति में उस अवस्था में होता है जब उस पर लगने वाले बलों का सदिश योग (net force) स्थाई रूप से शून्य हो।
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